Thursday, November 7, 2024
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Lok Sabha Elections 2024: खरमास में हुई चुनावी शादी, 17 साल जेल में रहे गैंगस्टर की 16 साल छोटी दुल्हन को मिलेगा टिकट?

Lok Sabha Elections 2024: 17 साल जेल में रहने के बाद 70 गाड़ियों के काफिले के साथ बाहर आने वाला अशोक महतो अब राजनीति में हाथ आजमाना चाहता है. इसके लिए उसने चुनावी शादी भी रचा ली है.

Lok Sabha Elections 2024: बिहार की राजनीति में एक और बाहुबली एंट्री के लिए तैयार है. अशोक महतो ने इसके लिए चुनावी शादी भी रचा ली है. 60 साल के अशोक ने 16 साल छोटी अनीता के साथ शादी की है. यह शादी खरमास में हुई है. इस महीने में हिंदू धर्म में शादियां नहीं होती हैं. अशोक ने जिसे अपनी दुल्हन चुना है. वह अनीता दिल्ली के आरके पुरम सेक्टर -5 में प्राइवेट नौकरी करती है. अपराधिक छवि के कारण अशोक खुद चुनाव नहीं लड़ सकता. इस वजह से उसने शादी करके पत्नी को चुनाव लड़ाने का फैसला किया है. अगर पत्नी को टिकट नहीं मिलता है तो अशोक अपने भतीजे को भी टिकट दिलाने की तैयारी में है.

2023 में जेल से बाहर आने के बाद अशोक महतो ने आरजेडी नेताओं के संपर्क में है. मंगलवार को शादी करने के बाद बुधवार सुबह अशोक महतो राबड़ी देवी और लालू यादव का आशीर्वाद लेने पहुंच गया. मीडिया के सवाल पर उसने राबड़ी निवास की तुलना मंदिर से कर दी. कुछ दिन पहले अशोक ने एक रोड शो भी किया था, जिसमें उसने आरजेडी के नाम की पट्टी पहनी थी.

मुंगेर में है दबदबा
90 के दशक में बिहार में अखिलेश सिंह और अशोक महतो के बीच वर्चस्व की जंग छिड़ी हुई थी, दोनों कुख्यात अपराधी थे. अखिलेश के पास सवर्णों और अशोक के पास पिछड़ी जातियों का समर्थन था. 2000 में अशोक गैंग ने अखिलेश के घर पर हमला कर एक दर्जन लोगों की हत्या कर दी थी. अशोक को जेल हुई, लेकिन वह भाग निकला. 2005 में नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद 2006 में अशोक को जेल हुई और 17 साल बाद नवंबर 2023 में वह जेल से बाहर निकला. जेल से निकले अशोक के साथ 70 गाड़ियों का काफिला था. वह भाषण देने पहुंचा तो बड़ी संख्या में लोग उसे सुनने आए. खुद अशोक का कहना है कि सब साथ हैं और समाज का प्यार मिला है तो चुनाव लड़ना चाहता है. उसके साथ कानूनी दिक्कत है इसलिए शादी करके पत्नी को चुनावी मैदान में उतारने का प्लान है.

आरजेडी के लिए आसान नहीं राह
आरजेडी अगर अशोक की पत्नी को टिकट देती है तो बिहार में जातीय गोलबंदी वाला माहौल बन जाएगा. तेजस्वी इन दिनों आरजेडी को बहुजन, अगड़ा, महिला और गरीबों की पार्टी बताते फिर रहे हैं, लेकिन अगड़ों के विरोध में खड़े पिछड़ों के समर्थन वाले अशोक महतो की पत्नी को टिकट देने पर गलत मैसेज जाने का डर है. पार्टी ने तय किया है कि टिकट किसको देना है इसका फैसला लालू यादव लेंगे. इधर विपक्षी पार्टियां अशोक महतो के नाम पर आरजेडी और महागठबंधन को घेरने लगी हैं और खबर है कि पार्टी के अंदर भी अशोक महतो के नाम पर एक राय नहीं है.

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