Rahul Gandhi on Electoral Bond: राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार कंपनियों पर ईडी, सीबीआई, आईटी का दवाब बनाकर उनसे पैसे वसूल रही है. उन्होंने उम्मीद जताई कि सुप्रीम कोर्ट इसकी जांच करेगा.
इलेक्टोरल बॉन्ड पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो गई है. उन्होंने कहा, “कुछ साल पहले पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से शुरू की गई इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम दुनिया की सबसे बड़ी उगाही रैकेट है. ये बड़े कंपनियों से हफ्ता वसूली का जरिया है. कांट्रेक्ट का हिस्सा लिया गया है. यह भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा मामला है, जिन कंपनियों पर जांच एजेंसियों ने कार्रवाई की, उन्होंने बीजेपी को चंदा दिया. उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट इसकी जांच करेगा.”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी बोले, “सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने जो इलेक्टोरल बॉन्ड शुरू किया है, उसका डाटा सार्वजनिक करना चाहिए. जिसके बाद आंकड़ा सामने आया कि देश की बड़ी-बड़ी कॉर्पोरेट कंपनियों ने बीजेपी को हजारों करोड़ रुपये दिए हैं. यह यह राष्ट्रविरोधी काम है. इससे बड़ा राष्ट्रविरोधी काम नहीं हो सकता.”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, “बीजेपी सरकार कंपनियों पर ईडी, सीबीआई, आईटी का दवाब बनाकर उनसे पैसे वसूल रही है. जिन कंपनियों पर जांच एजेंसियों ने कार्रवाई की उन्होंने बीजेपी को चंदा दिया. उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट इसकी जांच करेगा. यह पूरे देश की व्यवस्था को भ्रष्टाचार में लगा देने जैसा है. ये पीएम मोदी का आइडिया है. ये नितिन गडकरी ने नहीं, पीएम मोदी ने करवाया है.”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, “कुछ साल पहले पीएम मोदी ने हिन्दुस्तान के पॉलिटिकल फाइनेंस के सिस्टम को साफ करने की बात की और इलेक्टोरल बॉन्ड लेकर आए, लेकिन अब इलेक्टोरल बॉन्ड की सच्चाई देश के सामने है. पीएम मोदी ने जो इलेक्टोरल बॉन्ड का कॉन्सेप्ट रखा है, वह दुनिया का सबसे बड़ा वसूली का रैकेट है.”
जांच एजेंसियों पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, “सीबीआई, ईडी, आईटी बीजपी और आरएसएस के हथियार हैं. यह अब भारत की जांच एजेंसियां नहीं रही. इलेक्टोरल बॉन्ड स्कैम से जुड़े लोगों को सोचना चाहिए कि कभी न कभी बीजेपी की सरकार बदलेगी. इसके बाद ऐसी कार्रवाई होगी कि ये फिर कभी नहीं होगा. ये मेरी गारंटी है.”