शहरों में रहने वाले लोग पैकेट वाले आटे का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पैकेट वाली आटे से बनी रोटियां खाने से सेहत को कई तरह से नुकसान पहुंचता है.
पैकेट वाले आटे के नुकसान
शहरों में रहने वाले लोग पैकेट वाले आटे का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पैकेट वाली आटे से बनी रोटियां खाने से सेहत को कई तरह से नुकसान पहुंचता है. सिर्फ इतना ही नहीं इससे मोटापा और डायबिटीज जैसी कई गंभीर बीमारियां पैदा होती है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि किस तरह के आटे खाने चाहिए जो सेहत के लिए फायदेमंद होता है.
मेट्रो सिटीज में रहने वाले पैकेट वाले आटे का इस्तेमाल करते हैं. क्योंकि उनकी लाइफस्टाइल गांव में रहने वाले लोगों से इतनी ज्यादा अलग होती है कि उनके पास इसके अलावा ऑप्शन नहीं है. लेकिन सबसे हैरानी की बात यह है कि जिस रोटी को आप अच्छे से खाते हैं वह आपको धीरे-धीरे बीमारी बना सकती है.
कई हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि आपका किस तरह का पिसा हुआ अनाज खाते हैं उसका सीधा असर आपकी सेहत पर पड़ता है. मार्केट में मिलने वाले आटे में कई तरह के प्रिजर्वेटिव्स मिलाए जाते हैं. जो अनाज में पाए जाने वाले पोषक तत्व को पूरी तरह से खत्म कर देता है.
मार्केट में मिलने वाले आटे को इतना मेहीन तरीके से पीसा जाता है कि इसके सारे पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं.इस आटे में फाइबर एकदम न के बराबर होते हैं. ऐसे में पैकेट वाले रोटी को पचाना बेहद मुश्किल होता है. आटा सफेद और अच्छा दिखे इसके लिए उसमें खराब क्वालिटी के चावल के आटे मिलाए जाते हैं.
आटे जल्दी खराब न हो इसलिए इसमें कैमिकल्स भी मिलाए जाते हैं. पैकेट बंद आटा खाने से डायबिटीज, मोटापा और पाचन संबंधी दिक्कते पैदा होती है. यह स्वास्थ्य के हिसाब से बिल्कुल भी ठीक नहीं है.
स्वास्थ्य का खास ख्याल रखना है तो आटा बदल-बदल कर खाना चाहिए. आप इसके बदले मल्टीग्रेन आटे का इस्तेमाल कर सकेत हैं. लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि यह पैकेट बंद नहीं होना चाहिए. अगर आपको चक्की का पीसा हुआ आटा मिल जाए तो और अच्छी बात है. जिसे आटे में चोकर ज्यादा होता है वह पेट और पाचन दोनों के लिए काफी अच्छा होता है. फाइबर युक्त आटा खाने से मोटापा कंट्रोल में रहता है. गेहूं के आटे में मक्का, ज्वार, रागी, सोयाबीन और चना मिक्स करके पिसवा लें. यह पेट के लिए एकदम बेस्ट होता है.