आज यानी 14 फरवरी को किसान आंदोलन का दूसरा दिन है. मंगलवार को किसान आंदोलन की शुरुआत हुई थी. शुरुआत के साथ ही, शंभू बॉर्डर से बवाल की तस्वीरें सामने आ लगी थीं. मंगलवार को किसानों और जवानों के बीच संघर्ष में दोनों लोग घायल हुए थे.
शंभू बॉर्डर पर कल यानी मंगलवार को आंसू गैस के गोलों के बीच पुलिस पर पथराव हुआ था. वहीं, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस का सुरक्षा घेरा भी तोड़ दिया था. पंजाब के दो किसान संगठनों ने 13 फरवरी से दिल्ली चलो का नारा देकर आंदोलन का ऐलान किया था.
पंजाब से जब किसान दिल्ली के लिए आगे बढ़े तो हरियाणा के सात जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया. कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई. वहीं, सड़कों पर पुलिस और आरएएफ तैनात कर दी गई.
बीते दिन, शंभू बॉर्डर पर भारी संख्या में किसान इकट्ठा हो गए. इसके बाद पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन जब किसान सुरक्षा घेरे को तोड़ने की कोशिश करने लगे तो पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े.
कल शंभू बॉर्डर पर किसानों और जवानों के बीच संघर्ष की स्थिति देखने को मिली. किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए शंभू बॉर्डर पर कीलें बिछा दी गईं, कंट्रीट के बड़े बड़े ब्रेक लगा दिये गए, कंटीले तार लगा दिए गए. सीमेंट के बड़े बड़े बोल्डर लगा दिए गए, लोहे की बैरिकेडिंग के साथ-साथ कई और कदम उठाए गए लेकिन बॉर्डर पर पहुंचते ही किसान सीमेंट की बैरिकेडिंग को रौंदकर आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे.
किसानों और पुलिस के बीच संघर्ष में किसान और जवान दोनों ही घायल हुए. किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए सिर्फ शंभू बॉर्डर पर ही नहीं, दिल्ली के सभी बॉर्डरों को सील किया गया है. किसान शंभू बॉर्डर पार कर दिल्ली में घुसने की जिद्द पर अड़े हैं. वहीं, जवान किसानों को रोकने पर अड़े हैं.
कल शंभू बॉर्डर से जो तस्वीरें सामने आईं वो हैरान परेशान करने वाली थीं. हर तस्वीर, पुलिस और किसानों के बीच संघर्ष की गवाही दे रही थी.