Citizenship Amendment Act: गृहमंत्री अमित शाह ने CAA पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ही नागरिकता संशोधन कानून का वादा किया था. हालांकि, अब वह पीछे हट रही है.
Amit Shah On CAA: गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार (10 फरवरी) को कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर मुस्लिम समुदाय को भड़काया जा रहा है. लोकसभा चुनाव से पहले सीएए लागू करने की घोषणा करते हुए उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय को आश्वासन दिया कि उनकी नागरिकता नहीं छीनी जाएगी.
अमित शाह ने ईटी नाउ-ग्लोबल बिजनेस में कहा, “सीएए देश का एक अधिनियम है, इसे निश्चित रूप से अधिसूचित किया जाएगा. चुनावों तक इसे नोटिफाई किया जाएगा. सीएए को चुनावों से पहले लागू किया जाएगा और इसे लेकर कोई भ्रम नहीं होना चाहिए.” ईटी नाउ-ग्लोबल बिजनेस शिखर सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा कि एक्ट में किसी भी व्यक्ति की नागरिकता छीनने का कोई प्रावधान नहीं है.
‘नागरिकता छीनने का प्रावधान नहीं’
गृह मंत्री ने कहा, “हमारे देश में अल्पसंख्यकों और विशेष रूप से हमारे मुस्लिम समुदाय को भड़काया जा रहा है. सीएए किसी की नागरिकता नहीं छीन सकता क्योंकि इस अधिनियम में ऐसा कोई प्रावधान है ही नहीं.” उन्होंने आगे कहा कि सीएए बांग्लादेश और पाकिस्तान में सताए गए शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करने का एक अधिनियम है.
कांग्रेस पर साधा निशाना
इस दौरान गृह मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएए कांग्रेस सरकार का एक वादा था. जब देश का विभाजन हुआ और उन देशों में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हुआ तो कांग्रेस ने शरणार्थियों को आश्वासन दिया था कि भारत में उनका स्वागत है और उन्हें भारतीय नागरिकता प्रदान की जाएगी. अब वे पीछे हट रहे हैं.
कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का एक संवैधानिक एजेंडा था लेकिन बाद में कांग्रेस पार्टी ने अपनी तुष्टिकरण की राजनीति के कारण इसे नजरअंदाज कर दिया.
2019 में पारित हुआ था CAA
बता दें कि सीएए को 2019 में संसद ने पारित किया था. हालांकि, केंद्र ने अभी तक इसके नियमों को लेकर नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है. यह अधिनियम पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए गैर-मुस्लिम शरणार्थियों के लिए भारतीय नागरिकता प्राप्त करने की प्रक्रिया आसान बनाता है.