UP Politics: ज्ञानवापी मस्जिद का मामला अब तूल पकड़ रहा है. इसी बीच विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर से अपील की है. उन्होंने कहा है कि वो तीन विशिष्ठ स्थल हैं.
यूपी विधानसभा में बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुस्लम समाज से एक बार फिर अपील की है. अब उन्होंने अपनी बात ऐसे वक्त में रखी है जब ज्ञानवापी के मामले पर जमकर बयानबाजी हो रही है. दूसरी ओर व्यासजी के तहखाने में कोर्ट की ओर से पूजा की अनुमति मिल गई है. उन्होंने कहा कि हमने तो केवल तीन जगह मांगी है.
सीएम योगी ने कहा कि यही देश ने देखा है. 1990 से लेकर एक लंबी लड़ाई लड़ी गई. हम आश्वस्त कर सकते हैं कि भव्य-नव्य दिव्य अयोध्या हर भारतवासी को आकर्षित करेगी. अयोध्या को दुनिया का बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने की कार्रवाई सरकार ने प्रारंभ कर दी है. अब अयोध्या में कोई परिक्रमा पर प्रतिबंध नहीं लगा सकता. 16 दिन में 36 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किया है.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘अयोध्या के साथ अन्याय हुआ है. जब मैं न्याय की बात करता हूं तो हमें 5 हजार वर्ष पुरानी बात याद आने लगती है. उस समय पांडवों के साथ भी अन्याय हुआ था. उस समय कृष्ण कौरवों के पास गए थे. उन्होंने कहा था बस दे दो केवल पांच ग्राम. यही अयोध्या के साथ हुआ, यही काशी के साथ हुआ और यही मथुरा के साथ हुआ था. लेकिन यहां की आस्था केवल तीन के लिए बात कर रही है.’
उन्होंने कहा, ‘वो तीन के लिए इसलिए बात हो रही है कि वो विशिष्ठ स्थल हैं. लेकिन एक जिद है और उसमें जब वोट बैंक की बात होने लगी है तो विवाद बनता है. हमने तो केवल तीन जगह मांगी है. अन्य जगहों के लिए कोई मुद्दा नहीं था. अयोध्या का उत्सव लोगों ने देखा है तो नंदी बाबा ने भी कहा कि हम काहे इंतजार करें. उन्होंने रात्रि में बैरिकेडिंग तोड़वा डाली. हमारे कृष्ण कन्हैया कहां मानने वाले हैं.’
आज अयोध्या आप सबको प्रभु के दर्शन के लिए आमंत्रित करती है. प्रभु सबके हैं, भक्त वत्सल हैं. पूरी दुनिया अयोध्या आना चाहती है. राज्यपाल ने अपने अभिभाषण की शुरुआत यहीं से की थी, मगर नेता प्रतिपक्ष को वोट की चिंता है. उन्हें प्रदेश के गौरव की नहीं वोट बैंक की चिंता है. ये बड़ी खतरनाक व्यथा है. वोट बैंक के लिए हम किस स्तर पर जाकर लोकआस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं. राज्यपाल के शब्दों का समर्थन नहीं कर पाए.