उच्च पर्वतीय क्षेत्र लद्दाख में एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. अहले सुबह लोगों को भूकंप के झटके महसूस हुए. इससे स्थानीय लोग भयभीत हो गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.4 मापी गई.
भारत में एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. देश के सुदूरवर्ती पर्वतीय क्षेत्र लद्दाख में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.4 मापी गई. देश के ऊंचाई वाले क्षेत्र लद्दाख में मंगलवार सुबह को भूकंप के झटके महसूस किए गए. अहले सुबह धरती कांपने से स्थानीय लोग भयभीत हो गए. पिछले कुछ सप्ताहों के दौरान लद्दाख में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं.
जानकारी के अनुसार, लद्दाख में मंगलवार को 3.4 तीव्रता का भूकंप आया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान जान-माल का किसी प्रकार का नुकसान होने की कोई जानकारी नहीं मिली है. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने बताया कि भूकंप सुबह पांच बजकर 39 मिनट पर आया था. इसका केंद्र लेह में पांच किलोमीटर की गहराई में था. भूकंप के झटके आसपास के क्षेत्रों में भी महसूस किए गए.
दरअसल, भूकंप का केंद्र उस स्थान को कहते हैं जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है. इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है. कंपन की आवृत्ति ज्यों-ज्यों दूर होती जाती है, इसका प्रभाव कम होता जाता है. फिर भी यदि रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है. यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में. यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर की ओर है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा.
भूकंप के डेंजर जोन को देखते हुए देश के विभिन्न हिस्सों को विभिन्न जोन में बांटा गया है. जोन का वर्गीकरण भूकंपीय जोखिम के अनुसार किया गया है. इसके लिहाज से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भूकंपीय क्षेत्र 4 और 5 में आते हैं. मतलब इन इलाकों में भूकंप का खतरा बहुत ज्यादा है. इस क्षेत्र में अक्सर भूकंप के झटके महसूस किए जाते रहते हैं. पर्वतीय इलाका होने की वजह से यहां खतरा भी ज्यादा रहता है.