मंत्री द्वारा विधायकों को हरेक योजना में कवर होने वाले कार्यों और फंडों की विस्तार सहित जानकारी साझा की
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य को खुशहाल राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध
स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह द्वारा नगर कौंसिल/नगर पंचायत, खरड़, कुराली, नयागाँव, डेरा बस्सी, लालड़ू, जीरकपुर, बनूड़, घड़ूआं, एस.ए.एस. नगर, रूपनगर, नंगल, कीरतपुर साहिब, श्री आनन्दपुर साहिब, मोरिंडा, श्री चमकौर साहिब, सरहिन्द-फतेहगढ़ साहिब, गोबिन्दगढ़, अमलोह, खमाणों और बसी पठाना के विकास कार्यों का जायज़ा लेने सम्बन्धी समीक्षा बैठक के दौरान आज यहाँ म्युनिसिपल भवन सैक्टर-35 चंडीगढ़ में अधिकारियों को चल रहे कार्यों को तेज़ी से पूरा करने के निर्देश दिए गए।
स्थानीय निकाय मंत्री ने बैठक के दौरान स्वच्छ भारत मिशन के अधीन बनाए जा रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए जगह की उपलब्धता, अमृत मिशन के अधीन आने वाले अलग-अलग प्रोजेक्टों, कार्यों सम्बन्धी अलॉट हुए फंडों और अन्य कार्यों की स्थिति का जायज़ा लेते हुए अधिकारियों को कहा कि विकास कार्यों में गुणवत्ता और पारदर्शिता लाना सुनिश्चित बनाया जाए। इसके साथ ही उन्होंने अलग-अलग योजनाओं के अधीन आने वाले कार्यों और फंडों सम्बन्धी विस्तार सहित जानकारी विधायकों के साथ साझा की।
उन्होंने अधिकारियों को कहा कि विधायकों के साथ विकास कार्यों सम्बन्धी सारी जानकारी साझा की जाए, जिससे इलाका निवासियों की ज़रूरत के अनुसार विकास कार्य करवाए जा सकें। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि यदि उनको साफ़-सफ़ाई के लिए किसी तरह के उपकरणों/मशीनरी की ज़रूरत हो तो वह खरीद ली जाए। इसके अलावा यदि विकास कार्यो के लिए और अतिरिक्त फंडों की ज़रूरत हो तो उसका पूरा एक्शन प्लान तैयार करवा कर मुख्य कार्यालय भेजा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के पास विकास कार्यों के लिए फंडों की कोई कमी नहीं है।
बलकार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य को एक खुशहाल राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए मंत्री ने अधिकारियों को इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए एक दूसरे के साथ तालमेल कायम कर काम करने के लिए कहा।
कैबिनेट मंत्री बलकार सिंह ने अधिकारियों को कहा कि विभिन्न योजनाओं के अधीन अप्रयुक्त फंडों को जल्द से जल्द ख़र्च किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को सख्ती से आदेश दिए कि विभिन्न योजनाओं के अधीन अप्रयुक्त फंडों को दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार ख़र्च न करने की सूरत में सम्बन्धित अधिकारियों के विरुद्ध बनती कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि यदि विकास कार्यों में किसी किस्म की कोई मुश्किल पेश आती है तो इसका सम्बन्धित विधायक और जि़ला प्रशासन के संज्ञान में लाकर तुरंत निपटारा करवाया जाए।
मंत्री द्वारा इस बात पर भी ज़ोर दिया कि विकास कार्यों में गुणवत्ता और पारदर्शिता लाना सुनिश्चित बनाया जाए। इस मौके पर विधायकों में लखबीर सिंह राय, रुपिन्दर सिंह हैप्पी, कुलजीत सिंह रंधावा, दिनेश कुमार चड्ढा, डॉ. चरनजीत सिंह, विधायकों के प्रतिनिधियों के अलावा सचिव स्थानीय निकाय अजोए शर्मा, पी.एम.आई.डी.सी. कीं सी.ई.ओ. दीप्ति उप्पल, स्थानीय निकाय विभाग के डायरैक्टर उमा शंकर गुप्ता और नगर कौंसिल एवं नगर पंचायतों के कार्य साधक अधिकारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।