Corona Variant JN.1 Cases: नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि कोरोना के नए सब वैरिएंट JN.1 से घबराने की जरूरत नहीं है.
Coronavirus Cases in India: देश में कोरोना के नए मामलों ने एक बार फिर चिंता की लकीरें खींच दी हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अब तक कोरोना के नए सब वैरिएंट JN.1 के 21 मामलों की पुष्टि हुई है. सब वेरिएंट JN.1 बाहर के देशों में ही शुरू हुआ और इसका सबसे पहला केस अगस्त में लक्जमबर्ग में पाया गया.
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने कहा कि मंगलवार (19 दिसंबर) को कोरोना के 500 मामले आए. बीते दो हफ्ते में कोविड से 16 लोगों की मौत हुई है. इन लोगों को पहले से कई गंभीर बीमारी थी.
उन्होंने आगे कहा, ”देश में अभी कोरोना के 2300 एक्टिव मामले में से सब वेरिएंट JN.1 के 21 मामले हैं. सब वेरिएंट JN.1 का पहला केस अगस्च के महीने में लक्जमबर्ग में आया. धीरे-धीरे ये 36 से 40 देश में फैल गया. घबराने की जरूरत नहीं है और हमें सिर्फ सावधानी बरतनी है.”
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विश्व स्वास्थ्य संगठन ने क्या कहा?
बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार (19 दिसंबर) को ही कोरोना वायरस के ‘जेएन.1’ सब वैरिएंट को ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ करार दिया था. साथ ही कहा था कि इससे वैश्विक जनस्वास्थ्य के लिए ज्यादा खतरा नहीं है.
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, यह अब ‘ग्लोबल इनिशिएटिव ऑन शेयरिंग ऑल इन्फ्लुएंजा डेटा’ (जीआईएसएआईडी) से जुड़े बीए.2.86 वंशानुक्रम (लीनिएज) से संबंधित है.