हरियाणा के जींद में एक सरकारी स्कूल में 50 से अधिक छात्राओं से छेड़छाड़ के आरोपी प्राचार्य को पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने गिरफ्तार कर लिया है।
गुरु व शिक्षक का रिश्ता पवित्र होता है । लेकिन यह रिश्ता जिला जींद के उचाना में कलंकित हो गया है । जहां कन्या स्कूल के प्रिंसिपल करतार सिंह द्वारा अपने ही स्कूल की छात्राओं से अश्लील हरकत की जाती थी । जिसके लिए प्रिंसिपल ने अपने कार्यालय के ब्लैक शीशे लगवा रखे थे कि कोई देख ना ले।
जिससे परेशान होकर छात्राओं ने इसकी शिकायत शिक्षा विभाग व महिला आयोग को की थी। उसके बाद डीएसपी अमित भाटिया ने कार्यवाही करते हुए आरोपी प्रिंसिपल करतार सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है अब इसके बाद प्रिंसिपल को कोर्ट में पेश करके उसे रिमांड पर लिया जाएगा,व आगे की कार्यवाही की जाएगी
यहां जाने पूरा मामला
हरियाणा के जींद जिले के उचाना में सरकारी स्कूल में छात्राओं के साथ अश्लील छेड़छाड़ मामले की जांच जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) ने पूरी कर ली है। छात्राओं ने DEO को जो बताया, उसे सुन वे भी अपने आंसू नहीं रोक पायी। जिला स्तरीय जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद स्कूल के प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया था । जिसके बाद शिक्षा अधिकारी ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की। इसको लेकर मुख्यालय को पत्र भेजा गया। छात्राओं ने प्रिंसिपल के खिलाफ जो पत्र लिखा है, उसमें गंभीर खुलासे हुए हैं।
छात्राओं का कहना है कि प्रिंसिपल को जो भी छात्रा ‘पसंद’ आ जाती वे उसे बहाने से काले दरवाजे वाले ऑफिस में बुलाते और फिर छेड़छाड़ करते। उसे अच्छे अंकों से पास कराने का लालच देते। कुछ महीने पहले तक स्कूल में तैनात रही एक शिक्षिका प्रिंसिपल की दोस्त थी और वह छात्राओं को उनके पास काले शीशे वाले कमरे में भेजती थी। अंदर जो होता, वो बाहर से नहीं दिखता ।
जिसके बाद राजकीय स्कूल की छात्राओं ने 31 अगस्त 2023 को महिला आयोग दिल्ली, राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम 5 पेज का पत्र लिखा। इसमें छात्राओं ने बताया गया कि उनके स्कूल का प्रिंसिपल करतार सिंह उन्हें अपने कमरे में बुलाकर उनके साथ गंदी हरकतें करता है। उनके साथ छेड़छाड़ करता है। प्रिंसिपल ने अपने कार्यालय में काले शीशे का दरवाजा लगाया हुआ है।
जिसमें अंदर से बाहर की तरफ सब दिखता है, लेकिन बाहर से अंदर कुछ नहीं दिखता। यहां छात्राओं को बुलाकर अश्लील बात करता था, यदि कोई आता दिख तो बात को घूमा देता था। छात्राओं का आरोप है कि प्राचार्य को जो छात्रा पसंद आ जाती है, वह किसी न किसी बहाने उसे अपने कार्यालय में बुला लेता है और अपनी कुर्सी के पास खड़ा रखता है। उनसे गंदी बात करता है, गलत नीयत से स्पर्श करता है और पास करने का लालच देता है।