इजरायल पर हमले के बाद मोहम्मद दायफ ने ऑडियो जारी कर इस हमले को अल अक्सा फ्लड नाम दिया. उसने कहा, ‘हमारे लड़ाके आज इजरायल को अपराध की सजा दे रहे हैं.’
गाजी पट्टा की इंच-इंच जमीन बारूदी विस्फोट से कांप रही है. इस विस्फोटक जंग का माइस्टरमाइंड कौन है? इजरायल के बारूदी बवंडर से गाजा पट्टी में कोहराम है. इस बारूदी बवंडर का जिम्मेदार कौन है? हमास के आतंकियों ने इजरायल में जो खून बहाया, इस खून खराबे का माइस्टरमाइंड कौन है? वो कौन शख्स है जिसने सैकड़ों मासूमों के कत्ल की साजिश रची, जिसने इजरायल और फलस्तीन को जंग की आग में झोंक दिया. इन सभी सवालों का जवाब है एक नाम- मोहम्मद दायफ.
मोहम्मद दायफ, मिलिटेंट ग्रुप हमास की सबसे खूंखार ब्रिगेड अल कामिस का चीफ है. दायफ ने इजरायल के खिलाफ हमास के ऑपरेशन अल-अक्सा फ्लड की प्लानिंग की. उसने आतंकियों को चुन-चुन कर ट्रेनिंग दी, दहशतगर्दों को हथियार मुहैया कराए और इजरायल के निर्दोष नागरिकों का खून बहाया.
हमले के बाद जारी किया ऑडियो
इजरायल पर हमले के बाद मोहम्मद दायफ ने कहा, ‘आज अल अक्सा का गुस्सा, हमारे लोगों और राष्ट्र का गुस्सा फूट रहा है. हमारे लड़ाके आज इजरायल को अपराध की सजा दे रहे हैं. इजरायल को ये समझाने का दिन है कि उसका समय समाप्त हो गया है.’ ऑडियो जारी करके दायफ ने अपनी नफरत का इजहार किया और बता दिया की आज गाजा पट्टी में जो हो रहा है, वो उसकी नफरत वाली साजिश का ही नतीजा है. मोहम्मद दायफ हमास की मिलिट्री ब्रिगेड अल-कासिम के संस्थापकों में शामिल है. साल 2002 में सालेह शेहदा की हत्या के बाद मोहम्मद दायफ को अल कासिम ब्रिगेड का प्रमुख बनाया गया. साल 1965 में गाजा के एक शरणार्थी शिविर में मोहम्मद दायफ का जन्म हुआ था. दायफ के पिता और चाचा ने भी इजरायल के खिलाफ जंग लड़ी थी. इजरायल के खिलाफ नफरत मोहम्मद दायफ के खून में है. इसी नफरत को आकार देने के लिए दायफ 1987 में हमास में शामिल हो गया.
16 महीने इजरायल की कैद में बिताए
साल 1989 में इजरायल ने दायफ को गिरफ्तार किया था और वह 16 महीने इजरायल की जेल में रहा. जेल से निकलने के बाद दायफ इजरायल विरोधी मुहिम का हीरो बन गया. गाजा यूनिवर्सिटी से साइंस ग्रेजुएट दायफ सुरंगों का नेटवर्क बनाने में माहिर है. माना जाता है कि हमास को इजरायल के क्रोध से बचाने वाली सुरंगों का नेटवर्क दायफ के नेतृत्व में ही बनाया गया है. 7 अक्टूबर के अटैक से पहले भी मोहम्मद दायफ इजरायल के खिलाफ कई हमलों में शामिल रहा है. बम बनाने में एक्सपर्ट दायफ पर इजरायल में कई फिदायीन अटैक कराने और इजरायली नागरिकों की हत्या करने का आरोप है. हमास के दूसरे टॉप नेताओं की तरह दायफ भी इजरायल की टॉप वांटेड लिस्ट में रहा है.
7 बार जान से मारने की कोशिश फिर भी जिंदा है मोहम्मद दायफ
इजरायल ने अब तक 7 बार मोहम्मद दायफ को मारने की कोशिश की है. इजरायल के अटैक में मोहम्मद दायफ की एक आंख और एक पैर को नुकसान पहुंचा है. 7 अक्टूबर के अटैक के बाद इजरायल ने फिर मोहम्मद दायफ के घर को निशाना बनाया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस अटैक में दायफ के भाई समेत कई लोग मारे गए हैं. दायफ के खात्मे के लिए ऐसा ही अटैक 2014 में भी हुआ था. तब हमले में मोहम्मद दायफ की पत्नी, बेटे और बेटी की जान गई थी, लेकिन वो बच गया था.
अब तक कैसे जिंदा है दायफ
इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद दुश्मनों को पाताल से भी खोजकर भी उनका खात्मा करने के लिए चर्चित रही है, फिर दायफ बच गया. इसकी वजह मोहम्मद दायफ का सीक्रेट लाइफस्टाइल है. दायफ की इकलौती तस्वीर है. यह तस्वीर उस वक्त की है, जब दायफ सिर्फ 20 साल का था. उसके बाद आज तक दायफ की कोई दूसरी तस्वीर इजरायल की एजेंसियों को नहीं मिली. दायफ जब भी टीवी पर आता है या तो नकाबपोश होता है या उसकी सिर्फ परछाई दिखाई देती है. इतना ही नहीं इजरायल की एजेंसियों को चकमा देने के लिए दाइफ स्मार्ट फोन का इस्तेमाल नहीं करता है. सिर्फ हमास के टॉप कमांडर्स से मिलता है. दायफ लोगों के बीच नहीं जाता है. सिर्फ रिकॉर्डेड भाषणों के जरिए ही उसकी बात लोगों तक पहुंचती है. दायफ का ठिकाना गाजा में एन्क्लेव के नीचे हमास के लिए बेहद सुरक्षित सुरंगों में है. वहीं से वह कुछ भरोसेमंद लड़ाकों के साथ मिलकर आतंकी वारदातों को अंजाम देता है.
कैसे रची थी ऑपरेशन अल-अक्सा फ्लड की साजिश
बताया जा रहा है कि 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए अटैक की प्लानिंग भी दायफ ने हमास के दूसरे कमांडर येह्या सिनवार के साथ मिलकर रची थी. हमले को अंजाम देने के लिए चुने गए आतंकियों की पूरी ट्रेनिंग मोहम्मद दाइफ की देखरेख में ही हुई थी. दायफ साल 2021 से ही इजरायल पर खूनी अटैक की तैयारी कर रहा था. मई 2021 में इजरायल के सुरक्षकर्मी अल-अक्सा मस्जिद में घुसे थे. तब 11 दिनों तक इजरायल और हमास में खूनी झड़प हुई थी. इस घटना के बाद से ही मोहम्मद दयाफ इजरायल के खिलाफ बड़े ऑपरेशन की तैयारी कर रहा था. करीब डेढ़ साल की ट्रेनिंग के बाद 7 अक्टूबर को मोहम्मद दायफ के दहशतगर्दों ने इजरायल में जो खून बहाया उसे दुनिया ने देखा. अब इजरायल की एजेंसियां दायफ को तलाश रही हैं, लेकिन इजरायल का ये अदृश्य दुश्मन इस वक्त किस सुरंग में बैठकर. खून खराबे की कौन सी साजिश रच रहा है ये किसी को नहीं पता.