PM Vishwakarma Scheme Benefits: यह स्कीम 13000 करोड़ रुपये की है, जिसके तहत सस्ते लोन भी दिए जाएंगे. दिल्ली के द्वारका से पीएम मोदी ने इस स्कीम को लॉन्च किया.
17 सितंबर (रविवार) को पीएम मोदी का 73वां जन्मदिन है. इसी दिन विश्वकर्मा जयंती भी है. इस वजह से पीएम मोदी ने 17 सितंबर को पीएम विश्वकर्मा स्कीम लॉन्च की ताकि कारीगरों और शिल्पकारों के कौशल को बढ़ावा मिल सके.
पीएम ने इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन और एक्सपो सेंटर से इस स्कीम को लॉन्च करते हुए कई शिल्पकारों से बात भी की. इससे पहले पीएम मोदी ने एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, ”भगवान विश्वकर्मा की जयंती पर आपके परिवार के सभी सदस्यों को बहुत-बहुत बधाई.”
क्या है पीएम विश्वकर्मा योजना?
पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य पारंपरिक शिल्प में लगे लोगों का समर्थन करना है. यह स्कीम 13,000 करोड़ रुपये की है, जिससे वर्कर्स, मजदूरों को आर्थिक सहायता देने के साथ-साथ लोन भी उपलब्ध कराई जाएगी. इस योजना के तहत आने वाले कामगारों को 3 लाख रुपये तक का सस्ता लोन दिया जाएगा.
पीएम विश्वकर्मा योजना से जुड़ी 5 बड़ी बातें
- यह योजना 13,000 करोड़ रुपये की है.
- इस योजना का उद्देश्य कारीगरों और पारंपरिक शिल्पकारों की ओप से पेश किए जाने वाले उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करना है.
- इस योजना का लाभ लेने के लिए पीएम विश्वकर्मा पोर्टल पर कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराना होगा.
- इसके बाद उन्हें पीएम विश्वकर्मा प्रमाण-पत्र और आईडी कार्ड दिए जाएंगे.
- रजिस्ट्रेशन के बाद कैंडिडेट को स्किल ट्रेनिंग, 15,000 रुपये की टूलकिट प्रोत्साहन राशि, डिजिटल ट्रांजेक्शन और मार्केटिंग सहायता के लिए 5% की ब्याज दर पर 1 लाख रुपये (पहली किश्त) और 2 लाख रुपये (दूसरी किश्त) तक की सहायता दी जाएगी.
किन्हें मिलेगा इस योजना का लाभ?
इस स्कीम से लोहार, कुम्हार, राज मिस्त्री, धोबी, फूलों का काम करने वाले आदि को फायदा मिलेगा. इस स्कीम को लॉन्च करते हुए पीएम ने भारत में टूरिज्म की संभावनाओं को लेकर कई बातें कहीं. उन्होंने कहा, ”दुनियाभर में टूरिज्म बढ़ रहा है, जिसमें भारत के लिए असीमित संभावनाएं हैं. सम्मेलन पर्यटन उद्योग दुनिया में 25 लाख करोड़ रुपये से अधिक का है.”