जम्मू-कश्मीर के राजौरी, बारामूला और अनंतनाग में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच एनकाउंटर हुए हैं. अनंतनाग में अभी भी ऑपरेशन चल रहा है.
भारतीय सेना जम्मू-कश्मीर से आतंक का सफाया करने में जुटी हुई है. इसी कड़ी में बीते पांच दिनों में घाटी में चार बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है. इस दौरान सुरक्षाबलों के पांच जवानों ने भी देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया.
इन सबके बीच पाकिस्तानी आर्मी की बड़ी साजिश का भी खुलासा हुआ है. पहले आपको बताते हैं कि ये ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर में कहां-कहां हुए और इनमें कितने आतंकियों को ढेर किया गया.
ऑपरेशन सुजलिगला
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में 12 सितंबर को ये ऑपरेशन शुरू हुआ था. इस दौरान 2 आतंकियों को ढेर किया गया. यहां हुए एनकाउंटर में राइफलमैन रवि कुमार ने वीरगति प्राप्त की. रवि कुमार किश्तवाड़ जिले के कालीगढ़ के रहने वाले थे.
ऑपरेशन गरोल
ये ऑपरेशन अनंतनाग के कोकरनाग में 13 सितंबर को शुरू हुआ था और अभी भी जारी है. यहां कोकरनाग के पहाड़ी क्षेत्र में लश्कर के 2 से 3 आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. सुरक्षाबलों ने इन्हें घेर रखा है. अनंतनाग में चल रहे एनकाउंटर में चार सैनिकों ने देश के लिए बलिदान दिया है.
तीन अफसर और एक जवान शहीद
अनंतनाग में सेना के 19 राष्ट्रीय राइफल यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, कंपनी कमांडर मेजर आशीष धौंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं मुजम्मिल भट्ट बुधवार को शहीद हुए थे. वहीं एनकाउंटर के दौरान लापता हुए एक जवान का शव शुक्रवार को मिला. अनंतनाग में आतंकियों की निगरानी के लिए ड्रोन का भी सहारा लिया जा रहा है.
बारामूला में आईईडी डिफ्यूज किया
एक अन्य ऑपरेशन में 12 सितंबर को सेना की 29 राष्ट्रीय राइफल्स ने बारामूला के हंजीवेरा बाला में पायनियर कॉलेज के पास आईईडी (IED) डिफ्यूज किया था. जिसके बाद बड़ा हादसा होने से टल गया.
ऑपरेशन खांदा
जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास शनिवार (16 सितंबर) को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें तीन आतंकवादी मारे गए. कश्मीर पुलिस ने बताया कि बारामूला जिले के सीमावर्ती इलाके हथलंगा के उरी क्षेत्र में शनिवार सुबह मुठभेड़ छिड़ गई थी.
पाकिस्तानी आर्मी की बड़ी साजिश
एक तरफ जहां भारतीय सेना घाटी से आतंकियों को साफ करने में जुटी हुई है तो वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तानी आर्मी की बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है. पाकिस्तानी आर्मी खुद चाहती है कि इंडिया एक बार फिर पकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक करे इसलिए लगातार आतंकी अटैक्स हो रहे हैं, आगे और भी बड़े और लगातार कोऑर्डिनेटेड अटैक्स होते रहेंगे.
पाकिस्तान क्यों चाहता है एक और सर्जिकल स्ट्राइक?
सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर क्यों पाकिस्तानी आर्मी खुद चाहती है कि इंडिया एक बार फिर पकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक करे? दरअसल, पकिस्तान में फिलहाल केयर टेकर गवर्नमेंट है, कोई फुल सरकार नहीं. ऐसे में पाकिस्तानी आर्मी को मार्शल लॉ लगाने में आसानी होगी.
भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक की तो इसी बात का बहाना बनाकर पाकिस्तानी आर्मी बड़ी आसानी से पकिस्तान में मिलिट्री रूल लगा लेगी. इसके अलावा पाकिस्तानी आर्मी पर पिछले कुछ हफ्तों में बड़े अटैक्स हुए हैं. चित्राल में पाक आर्मी का हेडक्वार्टर टीटीपी के कब्जे में है. साथ ही तालिबान और पकिस्तान आर्मी में लड़ाई चरम पर है.