भारत निर्वाचन आयोग की टीम ने उप चुनाव कमिश्नर (डी.ई.सी.) हिर्देश कुमार के नेतृत्व अधीन आज यहाँ मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंजाब सिबिन सी और सभी 23 डिप्टी कमिश्नरों-कम-जि़ला निर्वाचन अधिकारियों (डी.ई.ओज) के साथ राज्य में लोक सभा चुनाव की तैयारियाँ और वोटर सूची में विशेष सुधार सम्बन्धी समीक्षा बैठक की।
राज्य के 13 सांसदीय हलकों के लिए आगामी लोक सभा चुनाव के मद्देनजऱ अपनी किस्म की यह पहली समीक्षा बैठक वोटर सूची में विशेष सुधार, नये वोटरों के नाम दर्ज करने, मर चुके मतदाताओं के नाम वोटर सूची में से हटाने जैसे मुद्दों पर केंद्रित रही।
जि़ला स्तर पर वोटर सूची प्रबंधन की समीक्षा करते हुए हिर्देश कुमार ने इलैकटर-पॉपूलेशन (ई.पी.) अनुपात के संदर्भ में वोटर सूची में मौजूदा गैप, लिंग अनुपात सम्बन्धी गैप और अलग-अलग उम्र वर्ग, ख़ासकर नौजवान वोटरों सम्बन्धी गैप का मुल्यांकन किया। डी.ई.ओज को 100 फ़ीसदी सही वोटर सूचियाँ तैयार करना सुनिश्चित बनाने और समूची चुनाव प्रक्रिया को मुश्किल रहित बनाने के लिए ठोस प्रयास करने के लिए कहा गया। इसके अलावा उनको आर्थिक और सामाजिक पक्ष से कमज़ोर वर्गों, दिव्यांग व्यक्तियों (पी.डब्ल्यू.डीज.) और ट्रांसजैंडरों पर विशेष ध्यान केन्द्रित करने के लिए भी कहा गया।
हिर्देश कुमार ने डिप्टी कमिश्नरों को हिदायत की कि ख़ासकर 18-19 साल उम्र वर्ग के नौजवानों की रजिस्ट्रेशन पर विशेष ध्यान दिया जाये। बैठक में लोक सभा चुनाव 2024 के संदर्भ में ड्यूटी पर लगाए जाने वाले स्टाफ संबंधी भी समीक्षा की गई। वोटर सूची में 100 फ़ीसदी सुधार को सुनिश्चित बनाने के लिए, हिर्देश कुमार ने डिप्टी कमिश्नरों को वोटों को हटाने की कार्यवाही से पहले वैरीफिकेशन को सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए।
उनके द्वारा जि़ला हैडक्वाटर पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें (ईवीएम) की उपलब्धता का जायज़ा भी लिया गया। उन्होंने ईवीएम को लाने और ले जाने और इसके स्टोरेज सम्बन्धी मानक संचालन प्रक्रियाएं (एस.ओ.पीज.) और निर्धारित दिशा-निर्देशों के बारे में भी बात की। इसके अलावा मुख्य बिंदुओं जैसे कि स्टोरेज की अलग व्यवस्था और फस्ट लेवल चैकिंग (एफ.एल.सी.) में राजनैतिक पार्टियों के शामिल होने पर भी ज़ोर दिया गया।
बैठक में हरेक पोलिंग बूथ पर रैंप, पीने वाले पानी और शैचालयों जैसी सुविधाओं की उपलब्धता की समीक्षा भी की गई।