मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सोच के अनुसार पंजाब को अपराध मुक्त राज्य बनाने के लिए चलाई जा रही मुहिम के अंतर्गत गैंगस्टर-आतंकवादी गठजोड़ के विरुद्ध बड़े स्तर पर कार्यवाही करते हुए पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को राज्य भर में गैंगस्टरों के सहयोगियों/सरगर्म समर्थकों के संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की।
यह छापेमारी डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशों पर सुबह 7 बजे से 11 बजे तक एक ही समय पर की गई। इस दौरान राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में गैंगस्टरों के साथियों, रिश्तेदारों और दोस्तों के आवासों और अन्य ठिकानों की बारीकी से तलाशी ली गई।
विशेष डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर अर्पित शुक्ला ने बताया कि सभी सीपीज़/एसएसपीज़ को निर्देश दिए गए थे कि वह इस ऑपरेशन, जिसका उद्देश्य आतंकवादियों, गैंगस्टरों और भारत एवं विदेशों में स्थित नशा तस्करों के आपसी गठजोड़ को तारपीडो करना था, को सफल बनाने के लिए इंस्पेक्टरों/सब-इंस्पेक्टरों के नेतृत्व में मज़बूत पुलिस पार्टियाँ तैनात करें। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस टीमों को संदिग्ध व्यक्तियों को काबू करने के लिए भी कहा गया था।
उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में पंजाब पुलिस की 350 से अधिक पार्टियाँ, जिनमें 2000 पुलिस कर्मचारी शामिल थे, द्वारा अलग-अलग गैंगस्टरों के साथियों, रिश्तेदारों और दोस्तों के 822 ठिकानों पर छापेमारी की गई।
विशेष डीजीपी ने कहा, ‘‘हाल ही में गैंगस्टरोंं के मॉड्यूलों के पर्दाफाश के बाद गिरफ़्तार किए गए कई व्यक्तियों से पूछताछ करने के उपरांत आज के तलाशी अभियान की योजना बनाई गई थी।’’
उन्होंने बताया कि आगे की जांच के लिए कार्यवाही के दौरान कई व्यक्तियों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया गया है।
जि़क्रयोग्य है कि ऐसे छापे समाज विरोधी तत्वों में पुलिस का डर पैदा करने और आम लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए मददगार साबित होते हैं।