मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य के लोगों को बुनियादी सहूलतें, साफ़ सुथरा और प्रदूषण रहित वातावरण मुहैया करवाने के लिए लगातार यत्नशील है। इस दिशा में एक कदम आगे ले जाते हुये स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह द्वारा विभाग के विभिन्न मुद्दों और विकास कामों सम्बन्धी विभाग के मुख्यालय और फील्ड के समूह अधिकारियों के साथ समीक्षा मीटिंग म्युनिसिपल भवन सैक्टर-35, चंडीगढ़ में की गई।
मीटिंग को संबोधन करते हुये स्थानीय निकाय मंत्री ने अधिकारियों को सख़्त शब्दों में कहा कि राज्य के शहरों का योजनाबद्ध विकास करने के लिए अवैध निर्माणों को रोका जाये और शहरी स्थानीय संस्थाओं में साफ़ सफ़ाई का पूरा ध्यान रखा जाये। उन्होंने अधिकारियों से शहरी स्थानीय संस्थाओं के अमरूत स्कीम 2. 00 अधीन, स्वच्छ भारत मिशन, पंजाब शहरी सुधार वातावरण प्रोग्राम फेज़ 1, 2 और 3 के अधीन विकास कामों की ताज़ा स्थिति का जायज़ा लेते हुये अधिकारियों को निर्देश दिए कि चल रहे विकास कामों को तेज़ी से मुकम्मल किया जाये।
बलकार सिंह ने स्वच्छ भारत मिशन के अधीन शहरी स्थानीय संस्थाओं को कूड़ा मुक्त बनाने सम्बन्धी, विरासती अवशेष का वैज्ञानिक ढंग से निपटारा करने, वेस्ट वाटर मैनेजमेंट, पेडिंग बिल्डिंग प्लान और प्लाटों को नियमित करने के लिए पेडिंग एनओसी आदि सम्बन्धी विभिन्न कामों/मुद्दों सम्बन्धी विस्तारपूर्वक विचार-चर्चा की गई।
स्थानीय निकाय मंत्री द्वारा विभिन्न स्कीमों में अप्रयुक्त फंडों को दिशा-निर्देशों अनुसार नये प्रोजैक्ट शुरू करके लोगों की भलाई के लिए ख़र्च करने के लिए कहा है।
कैबिनेट मंत्री ने अधिकारियों को कहा कि अपने हलके के विधायकों से सम्बन्धित विकास कामों की पूरी जानकारी सांझा की जाये जिससे राज्य निवासियों की ज़रूरत अनुसार विकास कार्य करवाए जा सकें। इसके इलावा उन्होंने कहा कि विकास कामों सम्बन्धी स्कीमों को समय पर लागू किया जाये और पैसे का सही इस्तेमाल किया जाये।
कैबिनेट मंत्री ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का स्वप्न है कि राज्य को रंगला पंजाब बनाना है। इसलिए उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वह पूरी लगन के साथ और आपसी सहयोग के साथ काम करना यकीनी बनाएं।
इस मौके पर मीटिंग में स्थानीय निकाय विभाग के सचिव श्री अजोए शर्मा, पंजाब जल सप्लाई सिवरेज बोर्ड के सीईओ, श्री मालविन्दर सिंह जग्गी, डायरैक्टर श्री उमा शंकर गुप्ता, पी एम आई डी सी, सीईओ श्रीमती दीप्ति उप्पल, समूह नगर निगमों के कमिशनर, समूह अतिरिक्त डिप्टी कमिशनरज़ (शहरी विकास/जनरल), नगर कौंसिलों/ नगर पंचायतों के समूह कार्यकारी अफ़सर के अलावा मुख्यालय के सभी मुख्य इंजीनियर और विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।